किसानी: एक सिंहावलोकन- Kisan Diwas 2021
पिछले कुछ वर्षों में ऐसे बहुत से उदाहरण मिले हैं कि किसान खेती छोडछाड़ कर अन्य व्यवसाय अपना रहे हैं क्योंकि खेती अब लाभ का धंधा नहीं रह गया है। इसका एक कारण और भी है - जोत का काम होना।
किसी "अज्ञात शायर" ने सच ही लिखा है कि
कोई परेशान हैं सास-बहू के रिश्तो में!किसान परेशान हैं कर्ज की किश्तों में!!
यदि भावनाओं को दरकिनार करते हुए एक पल के लिए सोचें तो पता चलता है कि एक किसान होना और किसानी से आजीविका चलाना कितना जोखिम भरा है। किसानी में यह जोखिम आज भी उतना ही है; जितना कि पहले था! यह जोखिम आर्थिक रूप में ही नहीं बल्कि बीज बोने से लेकर फसल काटने तक बराबर बना रहता है। इन जोखिमों की परवाह ना करते हुए किसान संघर्ष करता रहता है; इसलिए नहीं कि उसे दुनिया का पेट भरना है, इसलिए भी नहीं कि किसानी करके वह कोई महान काम कर रहा है; बल्कि किसानी का संघर्ष उसे इसलिए झेलना पड़ता है...