Today, on 26 November, India is celebrating Constitution Day. On this day in 1949, the Constitution of India was adopted by the constituent assembly.
दुनिया का सबसे बड़ा संविधान : (India is the biggest written constitution of the world)
भारत का संविधान विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान है। जब हमारा संविधान लागू हो रहा था, इसमें 395 अनुच्छेद, 8 अनुसूचियां और 22 भाग थे। हालाँकि वर्तमान हमारे देश के संविधान में 448 अनुच्छेद, 12 अनुसूचियां और 25 भाग हैं।
भारत राज्यों का एक संघ है : (India is a union of states)
भारतीय संविधान में भारत को राज्यों का एक संघ माना गया है। संविधान में हमारे देश के दो नाम बताये गए हैं — भारत और इंडिया। हमारा देश संसदीय प्रणाली को पालन करने वाला एक स्वतंत्र प्रभुसत्ता सम्पन्न समाजवादी लोकतंत्रात्मक गणराज्य है। भारत के संविधान के अनुसार ही इस गणराज्य का शासन होता है। जानकारी के लिए बता दें की हमारा संविधान 26 नवम्बर 1949 को ग्रहण किया गया तथा और 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ था। इसी वजह से 26 नवम्बर को भारत में संविधान दिवस (Constitution Day) के रूप में मनाया जाता है।
संसदीय स्वरूप : (India is a parliamentary form of government)
भारतीय संविधान के अनुसार देश की सरकार संसदीय प्रणाली का पालन करेगी। इस प्रणाली की संरचना को एकात्मक विशिष्टताओं के साथ संघीय बताया गया है। राष्ट्र के संवैधानिक प्रमुख राष्ट्रपति होंगे और सरकार का प्रतिनिधित्व प्रधानमंत्री करेंगे। हिंदुस्तान के संविधान की धारा 79 में कहा गया है की केन्द्रीय संसद की परिषद में राष्ट्रपति तथा दो सदन है — लोकसभा और राज्यसभा। लोकसभा में लोगों का प्रतिनिधित्व रहेगा और राज्यसभा को राज्यों की परिषद के नाम से जाना जाता है।
संविधान की धारा 74 (1) में यह व्यवस्था की गई है कि राष्ट्र के मुखिया राष्ट्रपति की सहायता और सलाह के लिए प्रधानमंत्री के नेतृत्व में एक मंत्री परिषद होती है जिसके सलाह के अनुसार ही राष्ट्रपति अपने कार्यों का निष्पादन करते हैं। आपको जानना चाहिए की देश में वास्तविक कार्यकारी शक्ति मंत्रिपरिषद के हाथ में ही होती है।
भारत एक धर्मनिरपेक्ष लोकतंत्र : (India is a secular democracy)
भारतीय संविधान के राजनीतिक सिद्धांत के अनुसार भारत एक लोकतांत्रिक देश होगा। साथ ही यह सार्वभौम और धर्मनिरपेक्ष्य राज्य भी होगा। समाजवादी और धर्मनिरपेक्ष शब्द को संविधान के 42वें संशोधन (1976) में जोड़े गए। भारत का संविधान देश के सभी नागरिकों को जाति, रंग, नस्ल, लिंग, धर्म या भाषा के आधार पर बिना कोई भेदभाव के सभी को बराबरी का दर्जा देता है।
डॉ भीमराव अंबेडकर को भारतीय संविधान का पितामह कहा जाता है। आइये उनके द्वारा कही गई कुछ महान विचारों को जाने। (BR Ambedkar Inspirational Quotes on Constitution Day)
- “हम आदि से अंत तक भारतीय हैं।”
- “मैं एक समुदाय की प्रगति को उस प्रगति की डिग्री से मापता हूं जो महिलाओं ने हासिल की है।”
- “संवैधानिक स्वतंत्रता का कोई अर्थ नहीं हैं जब तक आप सामाजिक स्वतंत्रता प्राप्त नहीं कर लेते।”
- “राजनीतिक अत्याचार, सामाजिक अत्याचार की तुलना में कुछ भी नहीं है। समाज को बदनाम करने वाले सुधारक सरकार को नकारने वाले राजनेता की तुलना में अधिक अच्छे व्यक्ति हैं।”
The Ganga Times wishes you a very happy Constitution Day to all Indians. Keep visiting our website for more such informative articles. Follow us on Facebook and Twitter for regular updates.