जहानाबाद की बराबर की खूबसूरत वादियों को निहारने के लिए पर्यटकों को जल्द ही रोपवे की सुविधा मिलेगी। संभावना है कि यह सेवा अगले महीने शुरू हो जाएगी।
बिहार के जहानाबाद जिले में स्थित ऐतिहासिक बराबर की वादियां अब सैलानियों और श्रद्धालुओं के लिए और भी सुलभ हो जाएंगी। लंबे समय से प्रतीक्षित बराबर रोपवे प्रोजेक्ट अगले महीने शुरू होने की संभावना है। यह परियोजना श्रद्धालुओं को बाबा सिद्धेश्वर नाथ मंदिर तक पहुंचने का एक आधुनिक और सुविधाजनक माध्यम प्रदान करेगी।
2015 में तत्कालीन मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी द्वारा शिलान्यास किए गए इस प्रोजेक्ट में 22 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया था। हालांकि, निर्माण प्रक्रिया विभिन्न बाधाओं के कारण वर्षों तक अटकी रही। वन विभाग से एनओसी और अन्य कानूनी मंजूरी न मिल पाने की वजह से प्रोजेक्ट शुरू होने में देरी हुई।
परियोजना की रूपरेखा
रोपवे का निर्माण दो मुख्य एलाइनमेंट्स पर हो रहा है:
- पातालगंगा से सिद्धेश्वर नाथ मंदिर तक, जिसकी लंबाई 986.21 मीटर है।
- हथियाबोर से मंदिर तक, जिसकी कुल लंबाई 1196.624 मीटर होगी।
दोनों एलाइनमेंट्स का समापन बाबा सिद्धेश्वर नाथ मंदिर के पास की पहाड़ी पर होगा। इस आधुनिक रोपवे में अत्याधुनिक ट्रॉलियां लगाई जाएंगी, जिनमें 8-10 यात्री एक साथ यात्रा कर सकेंगे।
पर्यावरणीय और पर्यटन प्रभाव
रोपवे निर्माण के लिए पहाड़ी क्षेत्र में कई वृक्षों की कटाई की गई है, जिससे पर्यावरणीय चिंता भी उभरी। हालांकि, इस परियोजना के पूरा होने के बाद, बराबर का यह इलाका बिहार के सबसे बड़े पर्यटन स्थलों में से एक बन सकता है। सैलानी यहां से बराबर गुफाओं, फल्गु नदी, और पहाड़ों के मनोरम दृश्य का आनंद ले सकेंगे।
टिकट की कीमत और सुविधाएं
रोपवे की टिकट कीमत को किफायती रखा गया है, ताकि हर वर्ग के लोग इसका लाभ उठा सकें।
- शुरुआती टिकट दर बेहद सस्ती होगी।
- यह विशेष रूप से बुजुर्गों और उन लोगों के लिए लाभदायक होगा, जो पैदल यात्रा करने में असमर्थ हैं।
धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व
बराबर का यह क्षेत्र न केवल पर्यटन के लिए, बल्कि धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व के लिए भी जाना जाता है। यहां स्थित बराबर गुफाएं, सिद्धेश्वर नाथ मंदिर, और फल्गु नदी लाखों श्रद्धालुओं और पर्यटकों को आकर्षित करती हैं।
वर्ल्ड हेरिटेज दर्जा: विकास का नया अध्याय
बराबर महोत्सव के दौरान, प्रभारी मंत्री ने बराबर गुफाओं को वर्ल्ड हेरिटेज साइट में शामिल करने का प्रस्ताव भेजने का आश्वासन दिया था। अगर इस इलाके को वर्ल्ड हेरिटेज का दर्जा मिलता है, तो यह क्षेत्र अंतरराष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर आ सकता है।
रोजगार और आर्थिक प्रभाव
रोपवे प्रोजेक्ट के शुरू होने से स्थानीय लोगों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे। इसके साथ ही, जहानाबाद जिले की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी। रोपवे के जरिए श्रद्धालु अब आसानी से बाबा सिद्धेश्वर नाथ के दर्शन कर पाएंगे, जिससे पर्यटन क्षेत्र में व्यापक बदलाव की संभावना है।
निर्माण कार्य की मौजूदा स्थिति
तेजी से निर्माण कार्य पूरा किया जा रहा है, और इसे अगले महीने तक शुरू करने का लक्ष्य है। वन विभाग से मिली अंतिम मंजूरी के बाद, अब यह प्रोजेक्ट अपने अंतिम चरण में है। बराबर की वादियों का यह रोपवे प्रोजेक्ट बिहार में पर्यटन के नए युग की शुरुआत करेगा। यह आधुनिक सुविधा न केवल सैलानियों को आकर्षित करेगी, बल्कि श्रद्धालुओं के लिए भी एक बड़ी राहत साबित होगी।
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