14 Phere Review: जातिवाद-पितृसत्ता जैसे मुद्दों को नए तरीके से तमाचा मारने का प्रयास करती हैं यह फिल्म
Vikrant Massey-Kriti Kharbanda film 14 Phere now streaming on Zee5
इस देश में शादी का लड्डू तो हर किसी को खाना हैं मगर अपनी मनपसंद का लड्डू बहुत कम लोगो को ही नसीब हो पाता हैं। बात यहाँ पसंद नापसंद से ज्यादा हिम्मत की हैं क्यूंकि इस देश में आज भी शादी के लड्डू से ज्यादा अहमियत समाज के सुख और समाज के बनाये नियमो को दी जाती हैं। अपनी पसंद का शादी का लड्डू वही खा पाता हैं जो इस समाज के बनाये नियम और छोटी सोच को तोड़ने की हिम्मत रखता हैं। मनोज कालवानी द्वारा लिखी और देवांशु सिंह द्वारा निर्देशित 14 फेरे भी इसी हिम्मत को दर्शाती हैं, साथ में जातिवाद-पितृसत्ता जैसे मुद्दों पर नए तरीके से तमाचा मारने का प्रयास करती हैं।
14 Phere Review
फिल्म की कहानी
फिल्म की कहानी कॉलेज की रैगिंग से शुरू होकर लिव इन को दिखाते हुए शादी तक पहुँचती है। इस फिल्म के मुख्य किरदार हैं संजय लाल सिंह (विक्र...