The Ganga Times, Gaya:
आज बिहार विधानसभा के 17वें सत्र की शुरुआत हो गई और इसी के साथ सभी नए चुने गए विधायकों ने आज पटना स्थित विधानसभा में शपथ ग्रहण किया। भाजपा से राजद तक और कांग्रेस से जदयू तक, सभी पार्टियों के विधायकों ने राज्य के निचले सदन की सदस्यता ली। आज के शपथ ग्रहण में की उच्च बिंदु यह रही कि कांग्रेस के विधायक शकील अहमद खान ने संस्कृत भाषा में शपथ ली। ऐसा करके उन्होंने सदन के सभी सदस्यों को हैरत में दाल दिया। हालाँकि उनका कहना है कि संस्कृत भाषा भारत की एक उत्कृष्ट भाषा है और इस भाषा में शपथ लेना एक गर्व की बात होनी चाहिए।
बवाल तो असद्ददुदीन ओवैसी की एआईएमआईएम के विधायक अख्तरूल ईमान के ‘हिंदुस्तान’ शब्द से आपत्ति जताने से भी हुई जब उन्होंने शपथ ग्रहण करने के दौरान हिन्दुस्तान बोलने पर नाराजगी जताई। हालाँकि बाहर आकर ईमान साहब पलट गए और बोले की उन्हें हिन्दुस्तान शब्द से कोई आपत्ति नहीं है।
सदन के बाहर आकर शकील अहमद ने कहा की अगर जाहिलों को संस्कृत भाषा समझ नहीं आती तो मैं क्या करुं। मुझे अपनी मातृभाषा ऊर्दू से भी उतना ही लगाव है, लेकिन मेरे भारत की क्लासिक और प्राचीन भाषा में शपथ लेने पर कोई हायतौबा मचाने की जरूरत नहीं है। बता दें की बिहार विधानसभा के निर्वाचित सदस्यों को पांच भाषाओं हिन्दी, अंग्रेजी, मैथिली, उर्दू और संस्कृत में से किसी एक भाषा में शपथ लेने की अनुमति दी गयी थी।
आज पटना में सत्र की शुरुआत को लेकर प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किया गया था।