The Ganga Times, Gaya: हैदराबाद के निकाय चुनाव (Hyderabad Election) में सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति (Telangana Rashtra Samithi) सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। देश के सबसे बड़े निकाय चुनावों में से एक, हैदराबाद (Hyderabad municipal election) में भाजपा का जादू तो नहीं चल सका लेकिन उसने अपनी उपस्थिति दर्ज करवा कर अन्य पार्टियों को सचेत कर दिया है। हालाँकि असद्दुदीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने अपना किला बचा लिया है, और एक अच्छी स्थिति में दिख रही है। अभी तक के नतीजों में AIMIM दूसरी सबसे मजबूत पार्टी बनती हुई दिख रही है।
रिजल्ट आने से पहले ही भाजपा नेताओं ने बधाई देना शुरू कर दिया था: Hyderabad Election
हैदराबाद म्युनिसिपल इलेक्शन (Hyderabad municipal election) के लिए आज वोटों की गिनती हो रही है लेकिन बिना कोई रिजल्ट आये ही भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेताओं ने सोशल मिडिया पर बधाई संदेश पोस्ट करने शुरू कर दिए थे। दरअसल हुआ यूँ की शुरू में जब पोस्टल बैलेट की गिनती हो रही थी तो भाजपा ने सबको चौंका दिया था। पोस्टल बैलेट की गिनती के समय भाजपा 87 सीटों के साथ पहले नंबर पर थी। TRS (33) और AIMIM (17) दूसरे और तीसरे स्थान पर थी।
भले ही यह जश्न का माहौल क्षणिक और समय से पहले था, लेकिन इस चुनाव (Hyderabad Election) से ये बात तय हो चुकी है कि भाजपा ने हैदराबाद और तेलंगाना (Hyderabad and Telangana) में काफी कुछ हासिल किया है। जेपी नड्डा (JP Nadda) के नेतृत्व में पार्टी ने खुद को एक वैकल्पिक विपक्ष के रूप में स्थापित करने में बहुत हद तक सफल रही है। अगले विधानसभा में सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) के माथे पर पसीना लाने के लिए भाजपा पूरी तरह से तैयार है। भाजपा की दूरदर्शी सोच उसे 2023 के विधानसभा चुनाव (2023 Telangana Assembly Election) में टीआरएस के 9 साल के शासन के कारण उपजी सत्ता विरोधी लहर का फायदा दे सकती है।
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