The Ganga Times, Gaya: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने बृहस्पतिवार को भारत के नए संसद भवन (Parliament House) और आसपास के भवनों का शिलान्यास किया। भारत सरकार को माने तो वर्तमान भवन में जगह की कमी है, जिससे सरकार का काम बाधित होता है। बता दें की 2026 में लोकसभा क्षेत्रों का परिसीमन (2026 Delimitation in India) भी होना है जिसके बाद संसद में सांसदों की संख्या में इजाफा होगा।
नए भवन का आकार और क्या कुछ होगा खास (What’s special in the new parliament building of India?)
मोदी जी द्वारा शिलान्यास किये गए नए भवन में लोकसभा (Lok Sabha) को भूतल में जगह दी गई है। इसमें 888 सदस्यों के बैठने की जगह होगी, वहीं राज्यसभा (Rajya Sabha) में कुल 384 सदस्य बैठ पाएंगे। लोकसभा और राज्यसभा की संयुक्त बैठकों में 1272 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था की जाएगी। यह भविष्य में सांसदों को संख्या को ध्यान में रखकर बनाया जा रहा है।
नई इमारत में एक संविधान हॉल (Constitution Hall) , पुस्तकालय, सांसदों के दफ्तर, विभिन्न समितियों के लिए कई कमरे, भोजनालय और पार्किंग की व्यवस्था होगी। संविधान हॉल (Constitution Hall) में भारत की लोकतांत्रिक विरासत व संविधान की मूल प्रति को भी दर्शाया जाएगा।
देश की राजधानी में तैयार हो रहा नया भवन 64,500 वर्ग मीटर में फैला होगा जो तत्कालीन भवन से 17000 वर्ग मीटर अधिक होगा।
कब तक तैयार होगा नया भवन? (When will be the new parliament building of India be ready?)
सरकार की माने तो नया भवन दिसंबर 2022 तक बन कर तैयार हो जाएगी। हालाँकि, सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court of India) द्वारा इसके निर्माण को लंबित किये जाने के कारण इसमें थोड़ी रुकावट भी आ सकती है।
नए भवन को बनाने का खर्च कुल 971 करोड़ आएगा। नई इमारत बनाने का ठेका टाटा प्रोजेक्ट लिमिटेड (Tata Project Limited) ने लिया है। यह सेंट्रल विस्ता प्रोजेक्ट का हिस्सा है जिसका खाका गुजराती वास्तुशिल्प डिजाइनर कंपनी ‘एचसीपी डिजाइन्स’ (Gujarat-based HPC Designs) ने तैयार किया है। नया भवन त्रिकोणीय आकार का होगा। मौजूदा भवन का इस्तेमाल संसदीय आयोजनों के लिए किया जाएगा।