GT Desk Gaya, Bihar: बिहार में विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election 2020) के पहले चरण के मतदान से एक दिन पहले जमकर हंगामा हुआ। मामला सुबे के मुंगेर जिले का है जहाँ से दुर्गा पूजा की प्रतिमा विसर्जन के दौरान पुलिस और आम जनता के बीच झड़प और फिर गोलीबारी के दौरान एक श्रद्धालु की मौत एवं छह से अधिक लोगों के घायल होने की खबर आ रही है। मृतक के परिजनों ने पुलिस पर बर्बरता का आरोप लगाया है।
This is what people of Munger have to say
स्थानीय लोगों का कहना है कि सोमवार क़रीब आधी रात को शहर के बाटा चौक पर मूर्ति विसर्जन के दौरान पुलिस ने युवकों पर लाठीचार्ज किया। पुलिस की बर्बरता ने भीड़ को उग्र पर मजबूर कर दिया और तनातनी का माहौल हो गया। मामले को हाथ से जाते देख पुलिस ने फायरिंग की मदद ली। एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत होने के अलावा फायरिंग में दो दरजन से अधिक लोग घायल भी हो गए। घायलों के शहर के सदर अस्पताल में इलाज चल रहा है।
Police’s side story in Munger firing
हालाँकि पुलिस प्रशासन का इस मामले में कुछ और ही कहना है। जिला मुंगेर के डीएम राजेश मीणा और एसपी लिपि सिंह ने सफाई देते हुए कहा है कि विसर्जन के दौरान कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा पथराव में करीब 20 जवान और एक पुलिस अधिकारी घायल हो गए। पुलिस ने इस मामले में 100 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है और पूछताछ कर रही है।
Munger will vote on wednesday
बुधवार को मुंगेर के लोग पहले चरण में मतदान करेंगे और इससे ठीक एक दिन पहले हुई इस घटना ने बिहार की कानून व्यवस्था पर धब्बा लगा दिया है। सोशल मीडिया पर लोग पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठा रहे हैं। नेटिज़ेंस ने बिहार मुख्यमंत्री नितीश कुमार (Bihar CM, Nitish Kumar) और मुंगेर की एसपी लिपि सिंह (Lipi Singh) की तुलना जनरल डायर से की हैं। लोग प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी कर रहे हैं।