Sushil Kumar Modi, who has been Nitish’s deputy since 2005, is suspected to be JDU’s man in Patna by many in BJP.
बिहार में विधानसभा चुनाव में मिली नज़दीकी जीत के बाद राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने अपने नवनिर्वाचित विधायकों के साथ पटना में बैठक की। बैठक में नीतीश कुमार को फिर से एनडीए विधायक दल का नेता चुना गया है। विधायकों ने कंफ़र्म कर दिया की नीतीश कुमार ही एक बार फिर से बिहार के मुख्यमंत्री होंगे। सस्पेंस सुशील कुमार मोदी के नाम पर बनी हुई है जिनको उपमुख्यमंत्री का पद मिलेगी या नहीं, अभी ये तय नहीं हो पाया है।
बता दें कि दिल्ली से राजनाथ सिंह को एनडीए विधायक दल की बैठक में हिस्सा लेने भेजा गया था। रक्षा मंत्री ने ही नीतीश कुमार के नाम की घोषणा भी की थी। राजग की इस बैठक में गठबंधन के सभी चार घटक दल — बीजेपी, जेडीयू, हम और वीआईपी, मौजूद थे। इस बार के चुनाव में एनडीए को 125 सीटों पर जीत मिली थी।
सूत्रों के अनुसार बिहार में इस बार दो उपमुख्यमंत्री के नाम चर्चा हो रही है। सुशील मोदी के जगह लेने की रेस में सबसे आगे बीजेपी के तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी आगे चल रही हैं। तारकिशोर प्रसाद, जिन्होंने कटिहार से चुनाव जीता था, को रविवार को भाजपा विधानमंडल का नेता चुने जाने के साथ ही उनके उपमुख्यमंत्री बनने की चर्चा तेज हो गई थी। जबकि रेणु देवी को भाजपा विधायक दल का उपनेता चुना गया था।
आज पत्रकारों से हुई बातचीत में तारकिशोर ने स्पष्ट किया कि पार्टी उनको जो भी जिम्मेदारी देगी वो उसे अपनी क्षमता के अनुसार पूरी निष्ठा के साथ निभाएँगे। हालांकि, राज्य के डिप्टी सीएम को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कोई भी टिप्पणी करने से मना कर दिया।
सुशील मोदी का पत्ता कटने की हवा उनके एक ट्विट से लगा जिसमें उन्होंने लिखा, “भाजपा एवं संघ परिवार ने मुझे ४० वर्षों के राजनीतिक जीवन में इतना दिया की शायद किसी दूसरे को नहीं मिला होगा।आगे भी जो ज़िम्मेवारी मिलेगी उसका निर्वहन करूँगा।कार्यकर्ता का पद तो कोई छीन नहीं सकता।”
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी ट्वीट के माध्यम से सुशील के बारे में टिप्पणी की, ‘आदरणीय सुशील जी आप नेता हैं, उप मुख्यमंत्री का पद आपके पास था, आगे भी आप भाजपा के नेता रहेंगे ,पद से कोई छोटा बड़ा नहीं होता.’