The Government of Austria released National Map of Islam, triggering muslims across the world. In this article, we will know what is Austria Islam Map and why it is causing problem. Let’s understand the whole issue that also involves Turkey and other muslim countries.
The Ganga Times, Austria: यूरोप धरती का सबसे समृद्ध और विकसित महाद्वीप है। यहाँ के देशों में प्रति व्यक्ति आय, इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट, और लोगों का जीवन स्तर काफी ऊँचा होता है। साथ साथ लोगों में लोकतन्त्रात्मक समझ और सामाजिक सद्भाव भी रहता है, जो कि आपको ज्यादातर विकसित देशों में देखने को मिलेगा। लेकिन पिछले कुछ वर्षों में देखा गया है कि यहाँ की सामाजिक संरचना में दरार आ रही है। बाहरी नस्लों, खासकर मुसलमानों के प्रति आम जनों और सरकारों का अविश्वास इस बात का गवाह है।
ऐसा माना जा रहा है कि अगले दो तीन दशकों में यूरोप की स्थिति बहुत ही ख़राब होने वाली है, लगभग लगभग एक छोटी सी गृह युद्ध जैसी स्थिति देखने को मिल सकती है — जिसमें एक तरफ वहां के स्थानीय लोग होंगे और दूसरी तरफ मुसलमान। आइये जानते हैं कि यूरोप में आखिर ये परिस्थिति कैसे आ गई। कई देशों में इस्लाम के प्रति और वहां के मुसलमानों का अपनी सरकारों के प्रति इतना गुस्सा क्यों है? और भविष्य में क्या हो सकते हैं इसके प्रभाव।
ऑस्ट्रिया एक यूरोपियन देश है जो कि सुर्ख़ियों में तो कम रहता है लेकिन वैश्विक दृष्टिकोण से अति महत्वपूर्ण है। यहाँ पे आपको कई अंतरराष्ट्रीय संगठन जैसे International Atomic Energy Agency (अन्तर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा अभिकरण), United Nations Industrial Development Organization (संयुक्त राष्ट्र औद्योगिक विकास संगठन) आदि के हेडक्वार्टर्स मिलेंगे।
और तो और, एक पेट्रोलियम उत्पादक देश न होने के बावजूद Organization of the Petroleum Exporting Countries (OPEC) का मुख्यालय आपको ऑस्ट्रिया के वियना में ही मिलेगा।
अभी हाल में ही इजराइल का पुरजोर समर्थन करने के कारण ऑस्ट्रिया ख़बरों में था। और अब ‘इस्लामिक नक्शा’ (Austria Islam Map) जारी कर यहाँ की सरकार ने एक नया बवंडर खड़ा कर दिया है। ऑस्ट्रिया में रह रहे 7 लाख मुसलमान (जो कि देश की आबादी का करीब 8% है) इस बात से काफी नाराज हैं। साथ ही टर्की और अन्य मुस्लिम देश भी इस बात पर अपनी आपत्ति जाता चुके हैं। ऑस्ट्रिया की एक मुस्लिम संस्था — Islamic Religious Community in Austria ने इस विवादित नक़्शे को लेकर अपनी सरकार के खिलाफ मुकदमा दायर किया है। संस्था का मानना है कि इस नक़्शे से मुस्लिम नागरिकों की सुरक्षा को खतरा है।
What is Austria Islam Map?
आइये अब यह भी जान लेते हैं कि आखिर ये ‘इस्लामिक नक्शा’ क्या है जिस बात का इतना विरोध हो रहा है। इस नक्शे में ऑस्ट्रिया की मस्जिदों और मुस्लिम समुदाय से जुड़े अन्य सभी प्रकार के जगहों को चिह्नित किया गया है। ऑस्ट्रिया की इंटीग्रेशन मंत्री सुसैन राब ने गुरुवार को एक वेबसाइट लॉन्च किया, जिसमें एक मानचित्र के माध्यम से 600 से अधिक मस्जिदों, संघों और अधिकारियों के नाम और स्थान तथा विदेशों में उनके संभावित संपर्क दिखाए गए हैं। इस वेबसाइट का नाम दिया गया है ‘नेशनल मैप ऑफ इस्लाम’ जो कि कुछ इस तरह दिखता है।
इस्लामिक संगठनों (Islamic Organisation) का कहना है कि इस तरह का मैप पब्लिक में जारी करने से नस्लवाद को बढ़ावा मिलेगा। और साथ ही मुस्लिम नागरिकों के सुरक्षा के लिए खतरा भी पेश करता है। ऑस्ट्रियन मुस्लिम सेबेस्टियन क्रूज सरकार से पूछ रहे हैं कि आपको ‘इस्लाम मैप’ जारी करने की जरूरत क्यों आन पड़ी, जब किसी और धर्म के लिए कोई ख़ास मैप नहीं है? वहीं, Integration Minister राब ने जोर देकर कहा कि ये नक्शा “मुसलमानों को संदेह के दायरे में रखने के लिए नहीं है”। ये वेबसाइट धार्मिक इस्लाम से लड़ने के लिए नहीं, बल्कि राजनीतिक विचारधारा को ख़त्म करने के लिए बनाया गया है।
Reason for Increasing Terrorism in Europe
ऑस्ट्रिया की राजधानी वियना में पिछले साल नवम्बर के महीने में एक आतंकवादी हमला हुआ था जिसके बाद वहां की सरकार ने कई कदम उठाये हैं, जिसमें से एक यह भी है। सिर्फ ऑस्ट्रिया ही नहीं, यूरोप के कई देशों ने पिछले एक दशक में आतंकवादी हमले देखे हैं। 2020 में ही फ़्रांस के नीस शहर और इंग्लैंड के रेडिंग में आतंकवादी हमले देखने को मिले थे। 2019 में मिलान और लन्दन सहित कई जगहों पर हमले हुए थे। 2016 और 2017 का साल तो यूरोप के लिए अत्यंत ही भयावह रहा था। टर्की, फ्रांस, बेल्जियम, स्पेन, रुस के विभिन्न शहरों में आतंकवादी हमलों को अंजाम दिया गया जिसमें सैंकड़ों लोगों की जान चली गई थी।
Political Islam is the root cause of terrorism, believes European nations
चुकी ये हमले इस्लामिक जिहाद (Islamic Jihad) से प्रेरित होते हैं, यूरोप के देश ऐसे कदमों को लेने के लिए बाध्य हो जाते हैं। वहां के समाज में मुसलमानों के प्रति नफरत कि भावना भी जागने लगती है। यूरोपियन सरकारों मानना है कि इस्लाम के राजनीतिक स्वरूप (Political Islam) को ख़त्म करने से आतंकवाद का सफाया किया जा सकता है।
दूसरा कारण हो सकता है यूरोप में तेज़ी से बढ़ती मुस्लिम आबादी (rising muslim population in Europe)। यूरोपियन संघ के कई देशों में अगले तीस वर्षों में 20-30% लोग इस्लाम धर्म को मानने वाले होंगे। पिछले दो दशकों में यूरोप ने बड़ी संख्या में सीरिया, लेबनान, अफ़ग़ानिस्तान, आदि युद्धग्रस्त देशों से शरणार्थियों को पनाह दी है। कई रिपोर्ट्स में पाया गया है कि बाहर से आये शरणार्थी यूरोप के खुले समाज के अनुकूल नहीं ढल पाते और विचारों के बेमेल होने कि वजह से हिंसात्मक रवैया अपनाते हैं, जैसा कि चार्ली हेब्डो के मामले में देखा गया था।
डेनमार्क, ऑस्ट्रिया, फ्रांस, बेल्जियम, जैसे देशों में हिजाब और बुर्का (Hijab & Burqa Ban in Europe) पर पहले ही रोक लगाया जा चुका है। इस वजह से भी शायद वहां के मुसलमान अपने आप को अलग थलग पाते होंगे। अब ऑस्ट्रिया कि सरकार ने सही किया है या गलत – इसका जवाब मैं आप पर छोड़ता हूँ। आप हमें कमेंट सेक्शन में बताएं कि यूरोपियन देशों में मुसलमानों के प्रति बढ़ रहे इस प्रकार की निगरानी के बारे में आप क्या सोचते हैं।
# अगर आपके पास भी कोई कहानियां या ब्लॉग है तो हमें भेज सकते हैं। हम उसे ‘गंगा टाइम्स’ पर प्रकाशित करेंगे।
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