Looking at the current scenario of Covid-19 and air pollution in Delhi and other parts of India, state governments and courts have decided to ban firecrackers this Diwali.
Gaya, Bihar: देश अभी कोरोना के प्रकोप से जूझ ही रहा था की ठंढ बढ़ते ही प्रदूषण (pollution in India) की दोहरी मार भी पड़ने लगी। दिल्ली (Delhi), नोएडा (Noida) सहित देश के कई प्रमुख शहरों की हवा दिवाली से पहले ही जहरीली हो चुकी है। राजधानी दिल्ली (air pollution in Delhi) में तो वायु की गुणवत्ता ‘खतरनाक स्तर’ को पार भी कर चुकी है। शुक्रवार को दिल्ली एनसीआर में वायु गुणवत्ता सूचकांक (Air Quality Index – AQI) 400 से ऊपर दर्ज किया गया जो की अत्यंत खतरनाक की स्थिति को दर्शाता है।
भारत के कई हिस्सों से अभी भी कोरोना के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है और इसके बीच वायु प्रदूषण ने लोगों के स्वास्थ पर गहरा प्रश्न चिह्न लगा दिया है। इसके मद्देनज़र, अरविन्द केजरीवाल की दिल्ली सरकार (Delhi CM Arvind Kejriwal) ने शहर में सभी तरह के पटाखों की बिक्री और इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया है। शुक्रवार को आ रही खबर के अनुसार कर्णाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा (Karnataka CM BS Yediyurappa) ने भी अपने राज्य में इस दीपावली पटाखों पर प्रतिबन्ध लगाने का निर्णय लिया है।
These are the states that have banned crackers this Diwali – आइये जानते हैं और कौन कौन से राज्यों में पटाखे बैन हैं :
1:- राजस्थान (Rajasthan Diwali Crackers Ban)
बीते सोमवार राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Rajasthan CM Ashok Gehlot) ने ट्विटर के माध्यम से बताया कि उनकी सरकार ने कोरोना वायरस और बढ़ते वायु प्रदूषण के मद्देनजर पटाखों की बिक्री और जलाने पर पूर्णरूपेण प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया है। सरकार के आदेश का उल्लंघन करने पर 2000 रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा।
2:- ओडिशा (Odisha Diwali Crackers Ban)
अगले दिन मंगलवार को ओडिशा की नवीन पटनायक सरकार (Odisha CM Naveen Patnaik) ने भी पटाखों पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया। आधिकारिक जानकारी के मुताबिक राज्य में 10 नवंबर से लेकर 30 नवंबर तक किसी भी तरह के पटाखे जलाने या बेचने पर प्रतिबंध रहेगा। ओडिशा सरकार के मुख्य सचिव एके त्रिपाठी ने कहा, ‘यह फैसला जन-हित में लिया गया है और अगर कोई भी इसका उल्लंघन करते हुए पाए जाते हैं तो उनपर आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी।’
3:- सिक्किम (Sikkim Diwali Crackers Ban)
राजस्थान और ओडिशा के बाद सिक्किम Diwali 2020 में पटाखे बैन करने वाला देश का तीसरा राज्य बना। हालाँकि सिक्किम में कोविड -19 के मामलों में गिरावट आई है लेकिन वायु प्रदूषण से होने वाले श्वसन बिमारिओं को देखते हुए राज्य सरकार दिवाली पर पटाखे फोड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया।
4. दिल्ली (Diwali Crackers Ban in Delhi)
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण (Delhi Pollution) और कोरोना संक्रमण में तेजी से हो रहे बढ़ोतरी को देखते हुए राज्य सरकार ने पटाखों पर बैन लगा दिया गया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय बैठक में यह निर्णय लिया गया है। सीएम केजरीवाल ने लोगों से अपील की है कि वे इस बार पटाखों के बिना ही दिवाली मनाएं।
5:- पश्चिम बंगाल (West Bengal bans crackers before Diwali 2020)
गुरुवार को पश्चिम बंगाल की कोलकाता हाईकोर्ट (Kolkata High Court) ने वकील सब्यसाची चटर्जी की जनहित याचिका पर फैसला सुनाते हुए कहा कि इस साल दिवाली और छठ पूजा (Diwali and Chhath Puja) पर राज्य में पटाखे जलाने और बेचने पर प्रतिबंध रहेगा। उच्च न्यायलय ने विसर्जन के दौरान जुलूस निकालने पर भी रोक लगा दिया है।
6:- महाराष्ट्र (Maharashtra govt appeals for pollution-free Diwali)
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Maharashtra CM Uddhav Thackeray) ने इस साल लोगों से प्रदुषण मुक्त, पटाखा रहित दिवाली मनाने का आग्रह किया था। देश में कोरोना के सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र से ही हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए, गुरुवार को बीएमसी ने आदेश जारी कर दिवाली पर सार्वजनिक स्थानों पर पटाखे जलाने पर प्रतिबंध लगा दिया है।
7:- कर्नाटक (Karnataka becomes the first BJP-ruled state to ban crackers)
शुक्रवार की दोपहर को कर्नाटक राज्य के मुख्यमंत्री बी एस येदुरप्पा (Karnataka CM BS Yediyurappa) ने संवाददाताओं से कहा की, “हमने इस पर चर्चा की है और इस दीपावली पटाखों की आतिशबाजी पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय ले रहे हैं। इस पर चर्चा हुई है और एक आदेश भी जारी किया गया है। यह COVID-19 के कारण है।” कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर ने गुरुवार को कहा था कि पटाखे उन लोगों के लिए ज्यादा हानिकारक है जो कोरोनावायरस से संक्रमित है। राज्य के लोगों को इस दिवाली पटाखों से परहेज करना चाहिए।
As per the knowledge of Ganga Times, Haryana and Madhya Pradesh have also put a ban on imported crackers. हरियाणा और मध्य प्रदेश ने भी आयातित पटाखों की बिक्री पर नकेल कसा है।