Friday, October 4
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एक ही व्यक्ति के दो कोरोना रिपोर्ट्स — एक पॉजिटिव और दूसरा नेगेटिव: Two Different COVID Test Results

In Madhya Pradesh’s Bhopal, a Katni resident got two different COVID test results — one negative and the other positive. The family is stressed with the news. Madhya Pradesh is one of the worst-hit Indian states in Coronavirus numbers.

Representational Image (Courtesy: The Conversation)

The Ganga Times, Madhya Pradesh: कोरोना की दूसरी लहर बिल्कुल एक फटते हुए बादल जैसे लोगों पर हमला कर रही है। हर जगह त्राहि त्राहि मची है। इसी बीच एक परिवार के लिए कोविड का टेस्ट करवाना किसी ट्रेजेडी से कम नहीं रहा। टेस्ट के 3 दिन बाद जब उनके रिपोर्ट्स आया तो एक ही सैंपल पर 2-2 रिपोर्ट्स आ गए। हैरानी की बात तो ये थी कि एक रिपोर्ट उन्हें पॉजिटिव करार दे रहा था तो दूसरा नेगेटिव (Two Different COVID Test Results)। अब ऐसे में इंसान करे तो क्या करे।

कटनी के निवासी अजय के रिश्तेदार की रिपोर्ट कोविड-19 पॉजिटिव आने के बाद उन्होंने अपना और अपने परिवार का कोई टेस्ट करवाना चाहा, क्योंकि वे सभी उसके संपर्क में आए थे। लेकिन कटनी में 3 दिन तक भरपूर प्रयास करने के बाद भी उनका टेस्ट संभव नहीं हो पाया जिससे तंग आकर अजय अपने परिवार समेत 14 अप्रैल को अपनी साली के घर भोपाल आ गए। 15 अप्रैल को अपनी साली समेत पूरे परिवार का आरटी पीसीआर टेस्ट करवाने के बाद वे सभी घर पर ही आइसोलेट हो गए।

Two Different COVID Test Results in Bhopal

रविवार 18 अप्रैल की सुबह उनको एक मैसेज के द्वारा पता चला कि वह COVID-19 पॉजिटिव हैं लेकिन उनकी पत्नी की रिपोर्ट ना आने के कारण उन्होंने हॉस्पिटल में पूछताछ की और हॉस्पिटल स्टाफ ने उन्हें रिपोर्ट व्हाट्सएप पर भेज दी। उस रिपोर्ट में अजय की पत्नी रिचा शिवहरे की रिपोर्ट तो नेगेटिव आई थी लेकिन रिचा के साथ-साथ अजय की भी रिपोर्ट नेगेटिव आई। एक ही सैंपल के दो-दो रिजल्ट आने की वजह से काफी कंफ्यूजन पैदा हो गया।

Two Different COVID Test Results in Madhya Pradesh, Bhopal
Two Different COVID Test Results in Madhya Pradesh, Bhopal

उन्होंने बताया कि कोविड पॉजिटिव होना कोई इतना बड़ा मुद्दा नहीं था ,लेकिन दो रिजल्ट्स के कारण यह भी नहीं पता कि उन्हें क्या क्या लेने है, डॉक्टर को कंसल्ट करना है या नहीं करना है,अपने परिवार से अलग होकर आइसोलेट होना है या हॉस्पिटल जाना है।

अजय की पत्नी रिचा शिवहरे का कहना है कि COVID-19 होना उतना तनावपूर्ण नहीं था जितना इस कंफ्यूजन में हो रहा है। कुछ समझ नहीं आ रहा , हमको नहीं पता कि स्थिति कितनी गंभीर है अजय को हॉस्पिटल में एडमिट करवाना चाहिए या नहीं और किस तरह के इलाज करवाना चाहिए। मैनेजमेंट की एक छोटी सी लापरवाही ने हमारे पूरे परिवार को तनाव की स्थिति में ला दिया है। साथ ही उन्होंने बताया कि उन्होंने हॉस्पिटल मैनेजमेंट से दोबारा से रिपोर्ट को देखने की मांग की है लेकिन उनको अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है।

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