Gaya, Bihar: उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में 7-वर्षीय बच्ची के साथ हुई एक जघन्य अपराध ने संपूर्ण मानव जाति को झकझोर कर रख दिया है। मनुष्य-रूपी राक्षसों ने दीपावली की पावन रात हैवानियत की सारी हदें पार कर दी। कानपुर के घाटमपुर क्षेत्र में हत्या और गैंगरेप की एक ऐसी जघन्य वारदात का पर्दाफाश हुआ जिसे सुन आपकी रुह कांप जाएगी।
घटना घाटमपुर कोतवाली क्षेत्र के भदरस गांव की है जहाँ एक सात वर्षीय बच्ची का बेहद दर्दनाक रूप से क़त्ल कर दिया गया। शनिवार की शाम करीब 6 बजे एक व्यक्ति बच्ची को पटाखा दिलाने के बहाने बाहर ले गया था। जिसके बाद रविवार की सुबह उसका शरीर खून से लथपथ खेत में पड़ा मिला। पुलिस के अनुसार बच्ची का गला काटकर, पेट फाड़कर फेफड़ा, लिवर और दिल आदि निकाला गया था।
खबर मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुँच कर पड़ताल शुरू कर दी है और हत्यारों तक पहुंचने के लिए हर प्रकार के कदम उठा रही है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ में घटना का संज्ञान लिया और पीड़ित परिवार के प्रति शोक संवेदना जताते हुए पांच लाख रुपये की राहत राशि देने का ऐलान किया। रात को स्थानीय विधायक उपेंद्र पासवान भी गाँव पहुँचे और पीड़ित परिवार से मुलाकात की।
कैसे सामने आई सच्चाई?
स्थानीय पुलिस ने शक के आधार पर गांव के एक व्यक्ति, जिनका नाम परशुराम है, से पूछताछ शुरू की। डर के मारे परशुराम ने सारी सच्चाई बता दी। उसकी बातें सुनकर पुलिस भी हतप्रभ रह गई। परशुराम समेत दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया, जहां से पता चला की बच्ची के शरीर से दिल, फेफड़ा, किडनी, और दोनो आँते गायब है।
क़त्ल की वजह- संतान की चाहत और अंधविश्वास
पुलिस की हिरासत में जब आरोपियों से पूछताछ हुई तो एक अजीबोगरीब सच्चाई का खुलासा हुआ। आरोपियों ने बताया कि गांव के बुजुर्ग ने संतान सुख की प्राप्ति के लिए डेढ़ हजार रुपये में किसी छोटी बच्ची का कलेजा लाने को कहा था। उसने अपने भतीजे अंकुल को 500 और उसके एक साथी वीरन को 1,000 रुपये देकर बच्ची का अपहरण करने के लिए तैयार किया।
पुलिस सुपरिटेंडेंट (SP) ने बताया कि परशुराम ने निःसंतान होने की वजह से बच्ची की हत्या करवाई थी। किसी अंधविश्वासी किताब में उसने पढ़ा था की बच्ची का लिवर और कलेजा खाने से संतान प्राप्त होता है।
रूह कपां देने वाली सच्चाई
गिरफ्तार किए गए युवकों ने पुलिस द्वारा पूछताछ में स्वीकार किया कि उन्होंने बच्ची का अपहरण करने के बाद शराब पी और जंगल में ले जाकर दुष्कर्म भी किया। बाद में बच्ची का कलेजा एर लिवर अपने चाचा को दे दिया। परशुराम और उसकी पत्नी सुनैना ने बच्ची का कलेजा और लिवर कच्चा खा लिया और कुछ अंग कुत्तों को भी खिला दिए।
पुलिस ने पड़ताल शुरू कर दी है और हत्यारों तक पहुंचने के लिए हर प्रकार के कदम उठा रही है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ में घटना का संज्ञान लिया और पीड़ित परिवार के प्रति शोक संवेदना जताते हुए पांच लाख रुपये की राहत राशि देने का ऐलान किया। रात को स्थानीय विधायक उपेंद्र पासवान भी गाँव पहुँचे और पीड़ित परिवार से मुलाकात की।
कैसे सामने आई सच्चाई?
स्थानीय पुलिस ने संदेह के आधार गांव के परशुराम को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो उसने सारा सच उगल दिया। उसकी बातें सुनकर पुलिस भी दंग रह गई। इसके बाद पुलिस ने परशुराम समेत दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया। शव का पोस्टमॉर्टम कराने पर पता चला कि उसमें से दिल, फेफड़ा, किडनी, स्प्लीन (तिल्ली), छोटी और बड़ी आंत गायब मिली। दुष्कर्म की जांच के लिए भी स्लाइड बनाई गई है।
संतान की चाहत और अंधविश्वास में कराया कत्ल
रुह कंपा देने वाली इस वारदात की वजह अंधविश्वास और दंपती की संतानहीनता रही। हिरासत में पूछताछ के दौरान आरोपितों ने बताया कि गांव में अधेड़ ने संतान प्राप्ति के लिए डेढ़ हजार रुपये देकर किसी बच्ची का कलेजा लाने को कहा था। इस पर उसने भतीजे अंकुल को 500 और उसके साथी वीरन कुरील को 1,000 रुपये देकर तैयार किया था। शनिवार की शाम करीब छह बजे अंकुल उर्फ हुला पटाखा दिलाने के बहाने बच्ची को घर से लेकर आया था।
इस तरह दिया घटना को अंजाम
एसपी ग्रामीण बृजेश श्रीवास्तव ने बताया कि बच्ची की हत्या नि:संतान परशुराम ने कराई थी। उसने किसी किताब में बच्ची का लिवर और कलेजा खाने से संतान प्राप्ति की बात पढ़ी थी। गिरफ्तार युवकों ने पूछताछ में स्वीकार किया है कि बच्ची का अपहरण करने के बाद दोनों ने शराब पी। बच्ची को अगवा करने के बाद जंगल में ले जाकर पहले उससे दुष्कर्म किया। इसके बाद चाकू से पेट काटकर अंग निकाले और चाचा परशुराम को दिये। उसने पत्नी सुनैना संग मिलकर बच्ची का कलेजा और लिवर कच्चा खा लिया। इसके बाद बचे हुए कुछ अंग कुत्तों को खिला दिए तो कुछ अंगों को पॉलीथिन में भरकर फेंक दिया गया। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त चाकू बरामद कर लिया है। पुलिस ने अंकुल व वीरन को गिरफ्तार करके हत्या, शव छिपाने, दुष्कर्म व पाॅक्सो एक्ट की धाराओं में मुकदमा दर्ज करके जेल भेज दिया है।